सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥ महाशिवरात्रि पर करें राशिनुसार रुद्राभिषेक, जानिए इस शुभ पर्व का महत्व वेद नाम महिमा तव गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥ काशी में विराजे विश्वनाथ, नंदी ब्रह्मचारी । शिव के चरणों में मिलते हैं सारी तीरथ चारो धाम तुरत षडानन https://jaibhole.co.in/home/Shree-Shiv-Chalisa