[Saba=all; sukha=pleasure, pleasures; Lahai=stay; tumhari=within your; sarana=refuge; tuma=you; rakshaka=protector; kahoo ko=why? or of whom; darana=be afraid] हनुमान चालीसा लिरिक्स भावार्थ – हे हनुमान जी! [जन्म के समय ही] आपने दो हजार योजन की दूरी पर स्थित सूर्य को [कोई] मीठा फल समझकर निगल लिया था। राम मिलाय राज पद दीह्ना https://mattu639add8.blog2freedom.com/profile